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4 बीवियों के लिए बनवाया 13 मंजिला बुर्ज खलीफा, मकान से जुड़ी बात सुन रह जाएंगे हैरान

मिर्जापुर का इतिहास काफी ज्यादा चर्चा में बना हुआ है, यह घर इसलिए लोगों के लिए चर्चा में बना हुआ है क्योंकि यह घर 13 मंजिला बुर्ज खलीफा है और इतना ही नहीं इस घर से जुड़ी हुई सारी ऐसी बातें हैं
 

Mirzapur: इस समय मिर्जापुर का इतिहास काफी ज्यादा चर्चा में बना हुआ है, यह घर इसलिए लोगों के लिए चर्चा में बना हुआ है क्योंकि यह घर 13 मंजिला बुर्ज खलीफा है और इतना ही नहीं इस घर से जुड़ी हुई सारी ऐसी बातें हैं, जो आपको हैरान कर देंगे सबसे पहले चाहिए किए बिना परमिशन के 13 मंजिल तक बनाया गया है। और यह मकान अदलहट थाना क्षेत्र के प्रति हर गांव में बना हुआ है 13 मंजिला बना यह मकान मिर्जापुर का बुर्ज खलीफा कहलाता है। दूसरी और हैरानी की बात तो यह है कि निर्माण के समय इसकी भनक तहसील प्रशासन तक को भी नहीं पढ़े और जब यह घर बना तो पड़ोस में रहने वाले लोग इस घर से डरने लगे। 

आपको बता दें, कि क्षेत्र के प्रति हार गांव निवासी डॉ सिया राम पटेल पेशे से पैसे तो प्राइवेट अस्पतालों में आंखों के डॉक्टर है और उन्होंने गांव से बंजर भूमि को पाटकर लगभग 1000 वर्ग फिट में 13 मंजिला इमारत का निर्माण कराया है। इसी के साथ ग्रामीणों का यह भी कहना है कि डॉक्टर चाल शादी भी कर चुके हैं। गांव वालों के अनुसार उन्हें लंबे चौड़े और बड़े मकान बनाने का शौक था लेकिन मकान निर्माण करते समय नियमों को ताक पर रखकर बिना परमिशन और तिलहर के गगनचुंबी इमारत बना दी अब जब भी चक्रवाती तूफान आता है। या फिर तेज आंधी चलती है तो आसपास के रहने वाले लोगों को काफी ज्यादा डर लगता है कहीं मकान गिर ना जाए,

बता दें कि ग्रामीणों के अनुसार डॉ सियाराम पटेल की दूसरी शादी अर्चना सिंह पुत्र राम आधार सिंह निवासी निधि देवरिया के साथ 2001 में हुई थी। शादी के कुछ साल बाद पत्नी अर्चना ने भरण पोषण ना मिलने पर परिवार न्यायालय में वाद विवाद दाखिल किया था, जिसमें 13 अप्रैल दो 2018 को न्यायालय में भरण-पोषण के लिए तकरीबन ₹400000 देने का आदेश भी किया था। वही भरण पोषण ना मिलने पर परिवार न्यायालय के आदेश पर कुछ दिन बाद तत्कालीन उपजिलाधिकारी चुनाव द्वारा 13 मंजिला इमारत को कुरुख के साथ कर लिया गया।