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चंद्रयान-3: लैंडर से कैसे बाहर आया प्रज्ञान रोवर, ISRO ने जारी किया वीडियो, देखें

Chandrayaan 3 New Video:इसरो ने चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर का लैंडर विक्रम से बाहर निकलते समय का एक वीडियो जारी किया है। करीब 20 सेकेंड के इस वीडियो में प्रज्ञान रोवर एक प्लेटफॉर्म से चंद्रमा की सतह पर उतरता देखा जा सकता है। आप भी डालें वीडियो पर एक नजर...
 

ISRO New Video : भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो (ISRO) के मून मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) ने चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने के बाद अपने आगे का काम शुरू कर दिया है। चंद्रयान-3 के के लैंडर विक्रम से प्रज्ञान रोवर बाहर आ चुका है। जिसका एक वीडियो इसरो ने सोशल मीडिया वेबसाइट X पर जारी किया है। करीब 20 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि कैसे लैंडर विक्रम से प्रज्ञान रोवर एक प्लेटफॉर्म के जरिए उतरता हुआ चंद्रमा की सतह पर आ रहा है। विक्रम लैंडर के प्लेटफॉर्म से उतरने के बाद प्रज्ञान रोवर कुछ कदम आगे जाता भी दिखाई दे रहा है।

चांद की सतह पर प्रज्ञान रोवर का होगा ये काम 

बता दें कि चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर दोनों साथ मिलकर चंद्रमा की सतह पर काम करेंगे। प्रज्ञान रोवर में लगे दो पेलोड्स का काम चंद्रमा की सतह पर पानी ढूंढ़ना और कई प्रकार के एक्सपेरिमेंट करना होगा। इसके अलावा प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की सतह पर 1 सेंटीमीटर प्रति सेकेंड की स्पीड से घूमने का काम करेगा। प्रज्ञान रोवर चांद की सतह पर विक्रम लैंडर से 500 मीटर की रेंज में ही घूम सकेगा। बता दें कि रोवर में कुल छह पहिए लगे हुए हैं वहीं उनके आखिरी दो पहियों में इसरो और भारत का राष्ट्रीय चिन्ह लगा हुआ है।

चांद के साउथ पोल पर पानी है या नहीं जांचेगा

चंद्रमा की सतह पर प्रज्ञान रोवर लेजर प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (LIBS) चंद्र सतह की रासायनिक और खनिज संरचना को जांचने का काम करेगा। यहां पानी है या नहीं इसका पता लगाएगा। इसके अलावा वह अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (APEX) चंद्रमा की मिट्टी और चट्टानों में मैग्नीशियम, एल्यूमीनियम, सिलिकॉन, पोटेशियम, कैल्शियम, टाइटेनियम और लौह जैसे तत्वों का पता लगाने का काम करेगा।

चांद की सतह से जानकारी एकत्र कर इसरो को भेजेगा 

बता दें कि प्रज्ञान रोवर में लगी सोलर प्लेट इसे चांद की सतह पर आसानी से घूमने के लिए एनर्जी प्रदान करेगा। प्रज्ञान रोवर में लगे आधुनिक सेंसर चन्द्रमा की सतह से भोगौलिक और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी इकठ्ठा करके इसरो को भेजेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले इसरो ने ट्वीट करके बताया था कि चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर से संबंधित सभी काम सही से चल रहे हैं।