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G-20 Summit: विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए सज-धजकर दिल्ली है तैयार, सुरक्षा में राफेल तैनात

Delhi G20 Summit: दिल्ली में होने वाले सम्मेलन में 19 देशों के राष्ट्र अध्यक्ष और सरकार के प्रमुख भाग ले रहे हैं। उनके स्वागत के लिए राजधानी सज-धजकर पूरी तरह से तैयार है। शिखर सम्मेलन के लिए पूरा आयोजन प्रगति मैदान में किया गया है। यहां अत्याधुनिक भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा।
 

राजधानी दिल्ली में 9 से 10 सितंबर तक G-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) का आगाज होने जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए विदेशी मेहमान आज बुधवार को भारत पधार रहे हैं। जिनके स्वागत के लिए राजधानी सज-धजकर पूरी तरह से तैयार है। शिखर सम्मेलन के लिए पूरा आयोजन प्रगति मैदान में किया गया है। यहां अत्याधुनिक भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा। जिसमें दुनिया के कई शक्तिशाली नेता शामिल होंगे। इस दौरान आयोजित बैठक में अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, बुनियादी ढांचे, सतत विकास आदि जैसे कई मुद्दों पर वार्तालाप किया जाएगा। अपने मेहमानों की सुरक्षा के लिए अधिकारियों ने शहर में सुरक्षा के कई कड़े इंतजाम किए हैं। जिन मार्ग से विदेशी नेता गुजरेंगे, उन मार्गों को भित्तिचित्रों, प्रतिमाओं, फव्वारों और पौधों से सजाया गया है।

शिखर सम्मेलन को ध्यान में रखते हुए पिछले ​कई दिनों से राजधानी में यातायात पर कार्य किया जा रहा था। इसी कड़ी में आज शुक्रवार सुबह से पूरी राजधानी सुरक्षा के घेरे में आ गई है। यातायात को लेकर कई प्रतिबंध लागू किए गए हैं। वहीं सम्मेलन में शामिल होने आ रहे विश्व नेताओं को इसी क्षेत्र के होटलों में ठहराया जाएगा। इस पर बात करते हुए अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जाएगा क्योंकि जी20 शिखर सम्मेलन के कारण इस क्षेत्र को शुक्रवार सुबह पांच बजे से रविवार रात 11.59 बजे तक विनियमित क्षेत्र-प्रथम माना जाएगा।

उधर, जी20 समिट को ध्यान में रखते हुए उत्तरी क्षेत्र में चल रहे अभ्यास त्रिशूल पर भारतीय वायु सेना की ओर से रोक लगा दी गई है। यहां 7-10 सितंबर तक लड़ाकू विमान अभ्यास में भाग नहीं ले सकेंगे। क्योंकि उनकी जिम्मेदारी दिल्ली के आसमान की सुरक्षा करना होगा। हालां​कि यहां वायुसेना अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सिर्फ एक्स-त्रिशूल में शामिल विमानों के उड़ान संचालन को रोका जाएगा और अन्य नियमित उड़ानें जारी रह सकती हैं।

आसमान से सुरक्षा को राफेल तैनात

भारतीय वायु सेना शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली के आसमान की सुरक्षा के लिए अपने राफेल और अन्य लड़ाकू जेट विमानों को अग्रिम हवाई अड्डों पर तैनात कर रही है। दुश्मन के विमानों या ड्रोनों को मार गिराने के लिए सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों को भी दिल्ली के आसपास के स्थानों पर ले जाया गया है। राफेल, मिराज 2000 और Su-30MKI सहित लड़ाकू विमानों के सभी प्रमुख बेड़े चिनूक और अपाचे सहित भारी-लिफ्ट परिवहन विमान और हेलिकॉप्टरों के साथ अभ्यास में भाग ले रहे हैं। 

तय कार्यक्रम के मुताबिक, आज शुक्रवार की शाम प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। जिसमें भारत-अमेरिका की व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने पर जोर दिया जा सकता है। इसके अलावा दोनों नेता इस बात पर भी चर्चा कर सकते हैं कि दोनों देश विश्व की कुछ गंभीर चुनौतियों से निपटने में किस प्रकार योगदान दे सकते हैं। बता दें कि राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडन की यह पहली भारत यात्रा होगी। फिलहाल वह दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। इसके अलावा पीएम मोदी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के साथ भी अलग-अलग द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं।