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G-20 Summit: INDIA नहीं 'भारत' कहकर PM मोदी ने देश को किया संबोधित, जानें बैठक की 10 बड़ी बातें

PM Modi in G20 Summit: दिल्ली में शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन के पीहले दिन पर संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने देश का नाम लेते समय 'भारत' शब्द का इस्तेमाल किया। जाहिर है कि 'इंडिया बनाम भारत' को लेकर केंद्र और विपक्ष के बीच तगड़ी जंग छिड़ी हुई है।
 

भारत की राजधानी दिल्ली में शनिवार से जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) का आगाज हो गया है। सम्‍मेलन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के स्वागत भाषण से हुई। जिसमें दुनियाभर के 19 देश और EU शामिल रहे। बैठक के पहले ही दिन पीएम ने दुनिया को सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास का खास संदेश दिया। उन्होंने कहा कि '21वीं सदी दुनिया को नयी दिशा देने का समय है। अगर हम कोरोना को हरा सकते हैं तो युद्ध की वजह से पैदा हुई विश्वास की कमी को भी दूर कर सकते हैं।' यहां खास बात ये रही कि अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने देश का नाम लेते समय 'भारत' शब्द का इस्तेमाल किया। जाहिर है कि 'इंडिया बनाम भारत' को लेकर केंद्र और विपक्ष के बीच तगड़ी जंग छिड़ी हुई है। आइए जानते हैं बैठक की अब तक की 10 बड़ी बातें...

जब पीएम मोदी ने जी-20 सम्मेलन को संबोधित किया तो उनकी टेबल पर रखी कंट्री प्लेट में देश का नाम इंडिया नहीं बल्कि भारत लिखा हुआ था. यह बात खास इसलिए भी है, क्योंकि इससे पहले जब भी प्रधानमंत्री किसी अंतरराष्ट्रीय मंच को संबोधित करते थे तो उनके टेबल पर रखी कंट्री प्लेट पर देश का नाम इंडिया लिखा होता था 

अफ्रीकी संघ बना जी20 का सदस्य

आपको बता दें कि अफ्रीकी संघ को जी20 का सदस्य बनाने संबंधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रस्ताव शनिवार को बैठक के दौरान शामिल प्रभावशाली समूह के सभी सदस्य देशों द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। इसी के साथ 'ग्लोबल साउथ' का यह प्रमुख समूह दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के विशिष्ट समूह में शामिल हो गया। पीएम मोदी ने विश्व नेताओं की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, 'आप सभी के समर्थन से, मैं अफ़्रीकी संघ को जी20 में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं।'

रूस और यूक्रेन युद्ध पर की चर्चा

पीएम मोदी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन युद्ध ने दुनिया में विश्वास की कमी को गहरा कर दिया है और भारत पूरी दुनिया से इसे एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है। पीएम ने कहा कि 'दुनिया में कोविड-19 के बाद से विश्वास की कमी का बड़ा संकट पैदा हो गया है। वहीं युद्ध ने भरोसे की इस कमी को और गहरा कर दिया है। पीएम ने कहा कि अगर हम कोविड-19 को हरा सकते हैं, तो हम विश्वास में कमी के इस संकट पर भी विजय प्राप्त कर सकते हैं।'

पीएम मोदी ने कहा कि अब समय आ गया है कि वैश्विक भलाई के लिए हम सब साथ मिलकर चलें। भारत जी20 के अध्यक्ष के रूप में पूरी दुनिया से विश्वास की कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है।

सबका साथ, सबका विकास की सीख

प्रधानमंत्री मोदी ने दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन दुनिया को सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास का खास संदेश दिया। उन्होंने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' की अवधारणा दुनिया का मार्गदर्शन कर सकती है।' बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार भी 'सबका साथ, सबका विश्‍वास' का मंत्र लेकर आगे बढ़ती आई है। 

दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि 'हम ऐसे दौर में जी रहे हैं, जब सदियों पुरानी समस्याएं जवाब मांग रही हैं, हमें मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की जरूरत है।'

मोरक्को में मची तबाही पर जताया दुख

अपने पहले दिन के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने अफ्रीकी देश मोरक्को में आए भीषण भूकंप का जिक्र किया। पीएम ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि 'दुख की इस घड़ी में पूरी दुनिया मोरक्को के साथ है, हम हर संभव मदद करने को तैयार हैं। हम प्रार्थना करते हैं कि सभी घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हों।'

पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि 'ये पूरे भारत का जी20 हो गया है। 60 से अधिक शहरों में 200 से अधिक कार्यक्रमों को आयोजित कर लोगों के बीच विश्वास पैदा किया जा रहा है। भारत की जी20 अध्यक्षता देश के अंदर और बाहर दोनों जगह समावेश का प्रतीक बन गई है।

कोणार्क चक्र की प्रतिकृति ने बढ़ाई शोभा 

बता दें कि जी20 में अपने संबोधन से पहले शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन स्थल 'भारत मंडपम' पर पहुंचे। जहां उन्होंने दुनियाभर के शक्तिशाली नेताओं से हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया और इस दौरान पृष्ठभूमि में ओडिशा के पुरी स्थित सूर्य मंदिर के कोणार्क चक्र की प्रतिकृति ने स्वागत स्थल की शोभा बढ़ाई।

विश्व नेताओं का कई भाषाओं में हुआ स्वागत 

जी20 प्रतिनिधियों और अन्य अंतरराष्ट्रीय मेहमानों को यहां शिखर सम्मेलन स्थल पर प्रतिनिधिमंडल केंद्र में प्रवेश करने पर फ्रेंच में 'बिएनवेन्यू' से लेकर तुर्की में 'होसगेल्डिनिज' तक कई भाषाओं में स्वागत किया गया। 'वसुधैव कुटुंबकम' की भावना के साथ हॉल नंबर 14 पर बनाए गए प्रतिनिधिमंडल कार्यालयों में सभी जी20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों की भाषाओं में स्वागत मुद्रित किया गया है।