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Hardeep Singh Nijjar killing: कनाडा के बदले सुर! रक्षा मंत्री ने भारत के साथ रिश्तों पर क्या कहा?

ब्लेयर ने रविवार को ग्लोबल न्यूज द्वारा द वेस्ट ब्लॉक पर प्रसारित एक साक्षात्कार में कहा, आरोपों की जांच जारी रहने तक कनाडा उन साझेदारियों को आगे बढ़ाता रहेगा |
 

कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने रविवार को भारत के साथ संबंधों को "महत्वपूर्ण" बताया और कहा कि उनका देश इंडो-पैसिफिक रणनीति (Indo-Pacific Strategy) जैसी साझेदारियों को आगे बढ़ाता रहेगा। ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की "संभावित" संलिप्तता के कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। भारत ने आरोपों को "बेतुका" और "प्रेरित" बताकर खारिज कर दिया है।

ब्लेयर ने रविवार को ग्लोबल न्यूज द्वारा द वेस्ट ब्लॉक पर प्रसारित एक साक्षात्कार में कहा, आरोपों की जांच जारी रहने तक कनाडा उन साझेदारियों को आगे बढ़ाता रहेगा, भारत के साथ संबंधों को "महत्वपूर्ण" बताया।

ब्लेयर ने कहा कि "अगर आरोप सही साबित होते हैं तो कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में हमारी संप्रभुता के उल्लंघन के बारे में कनाडा को बहुत बड़ी चिंता होगी.’ ब्लेयर ने कहा कि इंडो-पैसिफिक रणनीति अभी भी कनाडा के लिए महत्वपूर्ण है और इससे इलाके में सैन्य मौजूदगी में बढ़ोतरी हुई है और आगे की गश्त क्षमताओं के लिए सबकी प्रतिबद्धताएं बढ़ी हैं. यह रणनीति उन सैनिक प्राथमिकताओं के लिए पांच साल में 492.9 मिलियन अमरीकी डॉलर का योगदान देती है. जबकि इसी दौरान कुल लगभग 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की रकम इस पर खर्च होने वाली है। "

आपको बता दें कि सितम्बर 23 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर ताजा आरोप लगाए थे। यह विस्फोटक आरोप लगाने के बाद कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे "भारत सरकार के एजेंट" थे, ट्रूडो ने शनिवार को दावा किया कि ऐसे "विश्वसनीय आरोप" हफ्तों पहले भारत के साथ साझा किए गए थे।

ट्रूडो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कनाडा ने उन विश्वसनीय आरोपों को साझा किया है जिनके बारे में मैंने सोमवार को भारत के साथ बात की थी. हमने ऐसा कई सप्ताह पहले किया था. हम भारत के साथ रचनात्मक रूप से काम करने के लिए वहां हैं. हमें उम्मीद है कि वे हमारे साथ जुड़ेंगे ताकि हम गंभीर मामले की तह तक पहुंच सकें." 

ट्रूडो के निज्जर की हत्या को भारत से जोड़े जाने के बाद भारत ने तुरंत सख्ती से इसका खंडन किया । "कनाडा ने इस संबंध में कोई विशेष जानकारी भारत के साथ साझा नहीं की है", भारत ने उस देश में "राजनीतिक रूप से क्षमा किए जाने वाले हेट क्राइम और आपराधिक हिंसा" को चिह्नित करते हुए कहा.

देश में काम करने वाले कनाडाई राजनयिकों की संख्या कम करने की मांग करते हुए भारत ने अपने आंतरिक मामलों में "कनाडाई राजनयिक हस्तक्षेप" का भी आरोप लगाया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में कनाडाई राजनयिक उपस्थिति भारत की तुलना में ज़्यादा है और इसे कम करना चाहिए। 

India-Canada Tension

जस्टिन ट्रूडो ने बीते सोमवार को संसद में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ होने की आशंका जताई, जिसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के शीर्ष राजनयिकों को निष्कासित कर दिया. कनाडा के साथ भारत के रिश्तों में खालिस्तान की वजह से संबंधों में उतार-चढ़ाव पहले भी आते रहे हैं, लेकिन इससे पहले कभी ये इतना आगे नहीं बढ़े थे कि संसद में तनाव का ज़िक्र हो |

जस्टिन ट्रूडो ने पिछले सोमवार को संसद में बताया कि उन्हें खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ होने की आशंका है, जिसके परिणामस्वरूप दोनों देशों ने एक-दूसरे के शीर्ष राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। भारत और कनाडा के रिश्तों में खालिस्तान के कारण संबंधों में पहले भी उतार-चढ़ाव आते रहे हैं, लेकिन यह पहली बार है जब संसद में इस तनाव का ज़िक्र हुआ है।

जब-जब कनाडा के सिखों की बीच ट्रूडो की लोकप्रियता के बारे में बात की जाती है, तो खालिस्तान समर्थकों पर उनके नरम दृष्टिकोण को भी उठाया जाता है। भारत सरकार ने काफी समय से कनाडा से खालिस्तानी अलगाववादियों पर कार्रवाई करने की अपील की है। भारत का मानना है कि ट्रूडो सरकार अपने वोट बैंक की राजनीति को ध्यान में रखते हुए खालिस्तान के प्रति नरम है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी यह दावा किया है।

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