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सनातन विवाद: बेटे उदयनिधि के सपोर्ट में आए एमके स्टालिन, PM मोदी पर साधा निशाना

Santana Row: सीएम स्टालिन ने कहा कि कुछ लोग सनातन का इस्तेमाल महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न को कायम रखने के लिए करते हैं। द्रमुक ने महिलाओं को वह सम्मान प्रदान किया जो सनातन सिद्धांतों द्वारा अस्वीकार किया गया था।
 

सनातन धर्म पर बेटे उदयनिधि की टिप्पणी के ​बाद तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन (MK Stalin) ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बेटे का समर्थन करते हुए उसके बचाव में कई बाते कहीं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर जमकर निशाना साधा। सीएम स्टालिन ने कहा कि कुछ लोग सनातन का इस्तेमाल महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न को कायम रखने के लिए करते हैं। द्रमुक ने महिलाओं को वह सम्मान प्रदान किया जो सनातन सिद्धांतों द्वारा अस्वीकार किया गया था। हमने अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हिंसक तरीकों को छोड़कर, ज्ञानोदय के माध्यम से अपनी विचारधारा को बढ़ावा दिया है। अगर भाजपा को लगता है कि वे द्रमुक जैसी लंबे समय से चली आ रही पार्टी की प्रतिष्ठा को धूमिल कर सकते हैं, तो वे खुद को उस दलदल में डूबता हुआ पाएंगे।

I.N.D.I.A गठबंधन से पेरशान है भाजपा

सीएम एमके स्टालिन ने पीएम मोदी पर 'सनातन धर्म' का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 'ऐसा लगता है कि भाजपा का विरोध करने के लिए ​बनाए गए विपक्षी गठबंधन के 28 दलों ने पीएम मोदी को परेशान कर दिया है। अब वह डर की वजह से 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' (One nation-One Election) का प्रस्ताव दे रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि केंद्र की मोदी सरकार असल में सनातन की भेदभावपूर्ण प्रथाओं के बारे में चिंतित नहीं है, बल्कि विपक्षी गठबंधन के भीतर विभाजन पैदा करने के लिए बेताब है। इसे एक राजनीतिक नौटंकी के रूप में पहचानने के लिए किसी राजनीतिक प्रतिभा की आवश्यकता नहीं है।'

बेटे उदयनिधि के बचाव में कही ये बात

सीएम स्टालिन यहीं नहीं रुके उन्होंने बेटे उदयनिधि का बचान करते हुए आगे कहा कि 'उसने कभी नरसंहार का आह्वान नहीं किया, बल्कि दमनकारी विचारधाराओं के खिलाफ बात की और आश्चर्य जताया कि क्या मोदी जिनके पास "किसी भी दावे या रिपोर्ट को सत्यापित करने के लिए सभी संसाधनों तक पहुंच है" वे उदयनिधि के बारे में फैलाए गए झूठ से अनजान होकर बोल रहे हैं, या फिर उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया है।' उन्होंने कहा कि 'अगर भाजपा को उदयनिधि के भाषण पर और स्पष्टीकरण की जरूरत है, तो वह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से परामर्श लें, जिन्होंने हाल ही में कहा था कि देश की सामाजिक व्यवस्था में कुछ लोगों को पीछे छोड़ दिया गया है।'

अपने बयान पर सफाई दे चुके उदयनिधि

सीएम एमके स्टालिन के बयान से पहले उदयनिधि अपनी सफाई दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि वह किसी मुकदमे से नहीं डरते हैं। सभी को मालूम है कि वह धर्म पर कभी कमेंट नहीं करेंगे। उन्होंने डीएमके कैडर से मामले दर्ज नहीं करने और पुतले नहीं जलाने का आग्रह किया था। गौरतलब है कि बुधवार को डीएमके पदाधिकारियों ने उदयनिधि के सनातन धर्म पर टिप्प्णी के विरोध में उनके सिर पर 10 करोड़ रुपये का इनाम रखने के लिए अयोध्या के एक संत, पत्रकार पीयूष राय, जिन्होंने उसी का एक वीडियो पोस्ट किया था और भाजपा के आईटी विंग प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की थी।