नए संसद भवन में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज, विपक्ष के कई नेता हुए शामिल
दिल्ली में संसद के नए सत्र की शुरुआत से ठीक एक दिन पहले नए संसद भवन (New Parliament Building) पर आज रविवार को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहरा दिया गया है। राज्यसभा के सभापति और देश के उपराष्ट्रपति जगजीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने नए संसद भवन के 'गज द्वार' पर झंडारोहण किया है। इस मौके पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (OM Birla) के साथ लोकसभा में ही कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई मंत्री और सांसद मौजूद रहे। हालांकि, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल नहीं हुए। उन्होंने केंद्र सरकार पर देरी से निमंत्रण भेजने का आरोप लगाया है।
बता दें कि 18 सितंबर, सोमवार से संसद का विशेष सत्र (Special Session of Parliament) शुरू होने जा रहा है। माना जा रहा है कि पांच दिनों तक चलने वाले इस सत्र के दौरान संसदीय कार्यवाही पुराने से नए भवन में स्थानांतरित हो सकती है। हालांकि अब तक यही खबर है कि सत्र की शुरुआत पुराने भवन से होगी। जबकि अगले दिन 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर नए भवन में कामकाज प्रारंभ होगा। इससे पहले आज नए संसद भवन पर तिरंगा फहरा दिया गया है।
ये नेता रहे मौजूद
नए संसद भवन पर ध्वजारोहण के मौके पर उपराष्ट्रपति जगजीप धनखड़ के साथ संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और प्रमोद तिवारी सहित कई नेता मौजूद रहे। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र भेजा गया था लेकिन उन्होंने नाराजगी के चलते ध्वजारोहण समारोह से किनारा कर लिया। मल्लिकार्जुन ने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्हें काफी देर से निमंत्रण मिला। इतना ही नहीं खड़गे ने ज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की।
पत्र में मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा, 'मैं इस चिट्ठी बेहद निराशा में लिख रहा हूं कि मुझे नए संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह का आपका निमंत्रण 15 सितंबर की शाम मिला, जो कि काफी देरी से मिला। खरगे ने लिखा कि वह कांग्रेस की नवगठित कार्यसमिति की हैदराबाद में हो रही बैठक में शामिल होंगे। उनके कार्यक्रम पहले से ही तय हैं, इस वजह से वह रविवार देर रात तक ही दिल्ली पहुंच पाएंगे और ध्वजारोहण समारोह में शामिल नहीं होंगे।'