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Women Reservation Bill: लोकसभा में पेश हुआ महिला आरक्षण बिल, PM मोदी ने दिया ये नाम

Women Reservation Bill: अर्जुनराम मेघवाल ने 'यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता' श्लोक को पढ़ते हुए लोकसभा में महिला आरक्षण बिल को पेश किया। साथ ही नारी शक्ति को नमन किया। ओम बिरला ने बताया कि बिल पर बुधवार को बहस होगी। 
 

नई संसद में पहले दिन और विशेष सत्र की कार्यवाही के दूसरे दिन मंगलवार को ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए महिला आरक्षण बिल (Women Reservation Bill) को लोकसभा में पेश किया गया। विधि एवं न्याय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुनराम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने विपक्ष के शोर-शराबे के बीच बिल पेश कर दिया है। बिल के बारे में बताते हुए अर्जुन मेघवाल ने 'यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता' श्लोक को पढ़ा और नारी शक्ति को नमन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस बिल को 'नारी शक्ति अधिनियम' नाम दिया है। वहीं दूसरी ओर विपक्ष की तरफ से हंगामा जारी रहा। 

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि लोकसभा में नारी शक्ति वंदन बिल पेश कर दिया गया है। जिसपर बुधवार को बहस होगी। वहीं मेघवाल ने विधेयक पेश करते हुए कहा कि महिला आरक्षण बिल, महिला सशक्तीकरण से संबंधित विधेयक है। कानून बन जाने के बाद 543 सदस्यों वाली लोकसभा में महिला सदस्यों की मौजूदा संख्या (82) बढ़कर 181 हो जाएगी। जबकि इस बिल के पारित होने के बाद विधानसभा में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि विधेयक में फिलहाल 15 साल के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया है। जबकि संसद को इसे अधिक बढ़ाने का अधिकार है।

'मनमोहन सिंह सरकार की नाकामी की नाकामी'

इस दौरान अर्जुन मेघवाल ने 2010 में महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में पारित होने के बाद उसे लोकसभा से पारित न कराने को लेकर तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार की मंशा पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में पारित होने के बावजूद महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में पारित नहीं कराया जा सका था। यह तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार की नाकामी को दर्शाता है। 

'आज महिलाएं हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही'  

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'महिला आरक्षण को लेकर संसद में पहले कई बार प्रयास किए गए हैं। आज हमारी सरकार संविधान संशोधन बिल पेश करने जा रही है। बिल के आने से लोकसभा और विधानसभा में महिला को आरक्षण मिलेगा। जब यह बिल कानून बनेगा तो इसकी ताकत और हो बढ़ जाएगी।' पीएम ने कहा कि 'मैं दोनों सदन के सांसदों से अपील करता हूं कि यह बिल सबकी सहमति से पारित हो। आज महिलाएं हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। नीति निर्माण में महिला की भूमिका होनी चाहिए।' इसके साथ ही पीएम ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए बधाई दी। 

उधर, लोकसभा में नारी शक्ति वंदन बिल पेश होने के बाद विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया। विपक्ष का कहना है कि बिना बिल को सर्कुलेट किए हुए पेश कैसे कर दिया गया। जिस पर कानून मंत्री ने कहा कि बिल वेबसाइट पर अपलोड हो चुका है। बिल को जब सदन में इंट्रोड्यूस किया जाता है तो पहले कॉपी को सांसदों को देना जरूरी रहता है। विपक्ष इसी बात पर अब सवाल उठा रहा है। फिलहाल संविधान का 128वां संशोधन विधेयक लोकसभा में प्रस्तुत हो गया है। जिसपर कल बहस होगी। दरअसल, लोकसभा बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है।