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नोएडा: जिला अस्पताल की लिफ्ट में फंसे रहे लोग, प्रशासन रहा बेखबर, देखें वीडियो

Noida News: जिला अस्पताल में रविवार को मरीज के तीमारदार लिफ्ट में फंस गए। हैरानी की बात ये है कि आधा घंटे तक शोर मचाने और मदद मांगने के बावजूद अस्पताल प्रशासन की तरफ से कोई मौके पर नहीं पहुंचा।
 

हाई राइज बिल्डिंग हो या फिर सरकारी ऊंची इमारतें, हर जगह लिफ्ट अब लोगों की लाइफ लाइन बन चुकी है, लेकिन बेहतर रखरखाव और मेंटेनेंस नहीं होने से लोगों को अपनी जान हथेली पर रखकर इन जानलेवा लिफ्टों के इस्तेमाल के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। लापरवाही के मामले में बिल्डर ही नहीं सरकारी विभाग भी अव्वल हैं। जी हां, यह वही सरकारी विभाग है, जो लिफ्ट से हादसे होने के बाद बिल्डर और ग्रुप हाउसिंग के अध्यक्ष पर कार्रवाई की बात करते हैं। ऐसा ही एक मामला रविवार को जिला अस्पताल में देखने को मिला, जहां मरीज के तीमारदार लिफ्ट में फंस गए। हैरानी की बात ये है कि आधा घंटे तक शोर मचाने और मदद मांगने के बावजूद अस्पताल प्रशासन की तरफ से कोई मौके पर नहीं पहुंचा। लिफ्ट में फंसे लोगों ने अपने परिचितों को फोन कर बुलाया जिसके बाद उन्हें लिफ्ट से बाहर निकला गया।

आधे घंटे लिफ्ट में फंसे रहे लोग

नोएडा के सेक्टर-39 में बने जिला अस्पताल में रविवार की शाम लिफ्ट खराब होने के कारण 4 साल की बच्ची समेत करीब छह लोग आधे घंटे तक लिफ्ट में फंसे रहे। सभी 5वीं मंजिल पर मरीज से मिलने जा रहे थे। तभी दूसरी मंजिल पर लिफ्ट अचानक रुक गई। काफी देर नहीं चलने पर उसमें सवार लोगों ने मदद के लिए शोर मचाना शुरू किया। इमरजेंसी बटन को दबाया और तमाम हेल्पलाइन नंबरों पर फोन लगाया लेकिन लिफ्ट में लगा इमरजेंसी बटन खराब होने के कारण समय पर मदद नहीं मिल सकी। वहीं लिफ्ट रुकने और उसमें लोगों की फंसे होने की सूचना जिला अस्पताल को नहीं मिल सकी। जिसके बाद लिफ्ट में फंसे लोगों ने अपने परिचित को फोन कर मदद मांगी।

पहले भी हो चुके लिफ्ट के हादसे

उधर, परिचित के पहुंचते ही अस्पताल के मेंटेनेंस विभाग को पूरे मामले की जानकारी हुई। करीब आधे घंटे तक लिफ्ट में फंसे होने के बाद अस्पताल के मेंटनेंस विभाग ने उन्हें बाहर निकाला। गौरतलब है कि गौतमबुद्धनगर के जिला अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते हैं। शहर में लगातार बढ़ रहे लिफ्ट के हादसों से जिला प्रशासन भी सबक लेने को तैयार नहीं है। हाल ही में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लिफ्ट टूटने से आठ मजदूरों की मौत हो गई थी, जबकि एक अभी भी जिंदगी और मौत के बीच में झूल रहा है। वहीं कुछ दिन पहले सेक्टर-142 थाना इलाके में बनी पारस टेरा सोसाइटी में लिफ्ट टूटने से एक महिला की मौत हो गई थी, जिसके बाद लिफ्ट सेफ्टी एक्ट यूपी में लागू करने की मांग लगातार उठ रही है।