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भारत-कनाडा में दरार! PM ट्रूडो के बेतुके आरोप पर भारत ने लगाई लताड़, 10 प्वाइंट में जानें पूरा मामला

Canada PM Allegations on Bharat: भारत सरकार पहले कई बार निज्जर की हत्या में अपनी भूमिका होने से मना करती आई है। वहीं अब पीएम ट्रूडो के आरोपों पर भारत सरकार की तरफ से बयान जारी कर कनाडा को लताड़ लगाई गई है।
 
 

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) द्वारा लगाए गए आरोपों का भारत (India) ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत ने मंगलवार को उन सभी आरोपों को खारिज कर दिया। जिसमें कहा गया था कि खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में गोली मारकर हत्या करने के पीछे भारतीय एजेंट्स का हाथ हो सकता है। बता दें कि भारत सरकार पहले कई बार निज्जर की हत्या में अपनी भूमिका होने से मना करती आई है। वहीं अब पीएम ट्रूडो के आरोपों पर भारत सरकार की तरफ से बयान जारी कर कनाडा को लताड़ लगाई गई है। आइए 10 प्वाइंट में समझते हैं कि क्या है पूरा मामला। 

2 . हाउस ऑफ कॉमंस के इमरजेंसी सत्र के दौरान कनाडा पीएम ने कहा था कि कनाडा में कनाडाई नागरिक की हत्या के लिए किसी दूसरे देश का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं होगा। ये हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है।

4 . भारत सरकार ने कहा कि इन आरोपों से आतंकियों और कट्टरपंथियों का हौसला बढ़ेगा। वह कनाडा में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं। और भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। 

5 . भारतीय विदेश मंत्रालय के स्टेटमेंट में कहा गया कि कनाडा में भारत विरोधी अवैध गतिविधियां खुलेआम चल रही हैं। मानव तस्करी से लेकर हथियारों की तस्करी तक में आतंकी लगे हैं।

7 . निज्जर का जन्म पंजाब के जालंधर में हुआ था और 1997 में वह कनाडा जाकर बस गया था। इसके बाद से वह लगातार भारत विरोधी गतिविधियां चल रहा था। आपको बता दें कि साल 2007 में निज्जर ने पंजाब में बम ब्लास्ट भी कराया था।

8 . पिछले साल जुलाई, 2022 में भारत की एंटी टेरर एजेंसी ने हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया था। जिस पर जालंधर में एक हिंदू पुजारी की हत्या का आरोप लगा था। 

9 . बता  दें कि खालिस्तानी को कनाडा में शरण मिली है। वह एक तरह से खालिस्तानी गतिविधियों का केंद्र बन गया है। इतना ही नहीं पिछले कुछ सालों में यह संगठन मजबूत होता जा रहा है। 

10 . हाल ही में जी20 मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से दो टूक कहा था कि कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने की तत्काल जरूरत है।