चीन की नापाक हरकत फिर शुरू, G-20 समिट से पहले अरुणाचल से ताइवान तक को बताया अपना हिस्सा
भारत का पड़ोसी देश चीन (China) अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह बार-बार ऐसी हरकतें कर रहा है जिसके कारण दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ़ सकती है। जाहिर है कि चीन हमेशा से भारत को अपना सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी मानता रहा है। वह एक मौका नहीं छोड़ता ऐसी गुस्ताखी करने का जिससे भारत एक गलती करे और वो वैश्विक स्तर पर इसका फायदा उठा सके। अगले महीने देश की राजधानी दिल्ली में G-20 समिट (G-20 Summit) होने जा रहा है। इससे पहले ही ड्रैगन ने आधिकारिक तौर पर अपने 'मानक मानचित्र' के 2023 एडिशन (China New Map) को जारी कर दिया है। जिसमें चीन ने अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चिन इलाके, ताइवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को कम्युनिस्ट देश का हिस्सा बताया है।
टि्वटर एक्स पर शेयर किया मानचित्र
चीन के ऑफिशियल मैप का 3023 एडिशन सोमवार को जारी किया गया था। सरकारी अखबार गलोबल टाइम्स ने चीन के 2023 के मानक मानचित्र को टि्वटर एक्स पर शेयर किया है। चीन ने प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय द्वारा होस्ट की गई स्टैंडर्ड मैप सर्विस की वेबसाइट पर इसे लॉन्च किया है। यह मैप चीन और दुनिया के विभिन्न देशों की राष्ट्रीय सीमाओं की ड्राइंग पद्धति के आधार पर संकलित किया गया है।
बता दें कि दिल्ली में अगले महीने G-20 समिट का आयोजन होने वाला है। इससे पहले ही ड्रैगन ने नई चाल चलते हुए अपने 'मानक मानचित्र' के 2023 एडिशन जारी कर दिया है। दरअसल, चीन की मंशा इन इलाकों पर अपने दावों को मजबूत करना है। हालांकि चीन की ऐसी हरकतों का भारत भी हमेशा मुंहतोड़ जवाब देता आया है। भारत ने कई बार कहा है कि अरुणाचल प्रदेश उसका अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा।
G-20 में शामिल हो सकते हैं शी जिनपिंग
गौरतलब है कि पिछले दिनों ही साउथ अफ्रीका में हुए ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आमना-सामना हुआ था। वहीं अगले महीने राजधानी में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन में भी शी जिनपिंग के भारत आने की उम्मीद की जा रही है। भारत यात्रा से ठीक पहले चीने ने नया मैप जारी किया है। इस नए मानचित्र में चीन के सीमा दावों के लिए दुनियाभर में मशहूर 9- डैश लाइन को फिर से बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है।