{"vars":{"id": "108938:4684"}}

US: राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी हुए PM मोदी के मुरीद, तारीफ में कही बड़ी बात

Vivek Ramaswamy: एक पॉडकास्ट में हुई बातचीत के दौरान विवेक रामास्वामी से जब पूछा गया कि उनका पीएम मोदी से कोई संबंध है? इसपर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, मैं उन्हें (पीएम मोदी को) अभी तक नहीं जानता। लेकिन एक नेता के तौर पर मैं उनसे काफी ज्यादा प्रभावित हुआ हूं।
 

अमरीका में होने वाले चुनाव में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswamy) ने हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की प्रशंसा की है। साथ ही भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन को रोकने के लिए निभाई गई भारत की भूमिका की सराहना की है। एक पॉडकास्ट में हुई बातचीत के दौरान विवेक रामास्वामी से जब पूछा गया कि उनका पीएम मोदी से कोई संबंध है? इसपर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, मैं उन्हें (पीएम मोदी को) अभी तक नहीं जानता। लेकिन एक नेता के तौर पर मैं उनसे काफी ज्यादा प्रभावित हुआ हूं। 

सैन्य प्रतिबद्धताओं के स्तर पर नहीं पहुंचा भारत 

विवेक रामास्वामी ने कहा कि 'प्रधानमंत्री मोदी यूएस कांग्रेस में अपने संयुक्त सत्र के लिए आए थे, तो मैं वहीं रुक गया। मैं वहां अतिथि के तौर पर था और उन्हें सुनने के लिए वहां रुक गया। मैं उनसे काफी ज्यादा प्रभावित हुआ।' उन्होंने कहा कि 'मुझे लगता है कि भारत को इसे थोड़ा आगे बढ़ाना होगा। भारत अब तक सैन्य प्रतिबद्धताओं के स्तर पर नहीं पहुंचा है। इसे मैं व्यापार के लहजे से थोड़ा निराशाजनक मानता हूं। आपको भी मालूम होगा कि अमरीका भी यहां आवश्यकता से थोड़ा कम विश्वसनीय रहा है। मैं इसे ठीक करना चाहता हूं।'

भारत-अमेरिका का साथ चीन के लिए चिंता का विषय 

वहीं चीन पर बात करते हुए विवेक रामास्वामी ने कहा कि 'भारत का अमेरिका के लिए एक विश्वसनीय साथी बनना चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए चिंता का विषय होगा।' उन्होंने चीन-ताइवान संघर्ष पर भी बात की और कहा कि 'ताइवान संग संघर्ष के बीच लोग भूल चुके हैं वो है हिंद महासागर। यहां से चीन में तेल की आपूर्ति की जाती है। अगर भारत एक विश्वसनीय साथी है तो यह शी जिनपिंग के लिए एक बाधा बन सकता है। मुझे ऐसा लगता है कि मेरे पास स्पष्ट दृष्टिकोण है कि चीन को ताइवान के पीछे जाने से कैसे रोका जा सकता है। विदेश नीतियों के तौर पर यह राष्ट्रपति द्वारा किए जाने वाले महत्वपूर्ण कामों से एक होगा।' 

रूस-यूक्रेन के युद्ध में अमरीका यूक्रेन के समर्थन में

उन्होंने आगे कहा कि वह शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन जैसे नेताओं के साथ निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वह शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन जैसे नेताओं के साथ निपटने के लिए तैयार है। रूस-यूक्रेन पर बात करते हुए उन्होंने कहा, इस संघर्ष में अमरीका यूक्रेन के समर्थन में है। इस युद्ध को खत्म करने के लिए रूस को चीन के साथ अपने सैन्य गठबंधन से बाहर निकलना होगा।