Business Ideas : इस पेड़ से कर सकते हैं लाखों की कमाई, जानिए कैसे कर सकते हैं इसकी खेती

यहां से जर्मनी, ब्राजील, अमेरिका, इटली, तुर्की, बेल्जियम, नीदरलैंड, मलेशिया, पाकिस्तान, नेपाल और संयुक्त अरब को नेचुरल रबड़ निर्यात किया जाता है। और एक रिसर्च के मुताबिक भारत से साल 2020 में 12 हजार मैट्रिक टन से ज्यादा नेचुरल रबड़ का निर्यात हुआ है,
 
Business Ideas : इस पेड़ से कर सकते हैं लाखों की कमाई, जानिए कैसे कर सकते हैं इसकी खेती
Business Ideas : इस पेड़ से कर सकते हैं लाखों की कमाई, जानिए कैसे कर सकते हैं इसकी खेती

Business Ideas : यहां से जर्मनी, ब्राजील, अमेरिका, इटली, तुर्की, बेल्जियम, नीदरलैंड, मलेशिया, पाकिस्तान, नेपाल और संयुक्त अरब को नेचुरल रबड़ निर्यात किया जाता है। और एक रिसर्च के मुताबिक भारत से साल 2020 में 12 हजार मैट्रिक टन से ज्यादा नेचुरल रबड़ का निर्यात हुआ है, इसके साथ ही अब देश के प्रमुख रबड़ उत्पादक ओं की लिस्ट में उड़ीसा का नाम भी जुड़ने जा रहा है साथ ही रबड़ का उपयोग चोल टायर इंजन की सील गेंद प्लास्टिक बैंडवा इलेक्ट्रिक उपकरणों जैसी चीजों की को बनाने के लिए भी किया जाता है। रबड़ की खेती से 40 साल तक मुनाफा कमा सकते हैं साथ ही साथ रबड़ का पौधा 5 वर्ष में पेड़ बन जाता है, इसके बाद इसमें उत्पादन शुरू हो जाता है रबड़ के पेड़ों को रोजाना कम से कम 6 घंटे धूप जरूरी होती है रबड़ के पेड़ के लिए और क्या चीज आवश्यक होती है लिए आपको बताते हैं। 

जलवायु
आपको बता दें, कि रबड़ की खेती के लिए लेटराइट लाल दोमट मिट्टी बेहतर मानी जाती है इसके साथ ही मिट्टी का पीएच लेवल 4.5 से 6.0 बीच होना चाहिए और पौधे को लगाने का सही समय जून या जुलाई का बिल्कुल परफेक्ट होता है। रबड़ के पौधे को अधिक पानी की जरूरत भी होती है सूखापन में पौधा कमजोर हो जाता है। इसमें बार-बार सिंचाई की भी जरूरत होती है इसकी खेती के लिए अधिक प्रकाश और नमी युक्त जमीन की भी जरूरत पड़ती है। 

आर्थिक सहायता
बता दें, कि रबड़ की खेती करने वाले किसानों को केंद्र सरकार और विश्व बैंक से भी आर्थिक सहायता मिलती है। जंगल में उगने वाले रबड़ के पेड़ आमतौर पर 43 मीटर ऊंचे भी होते हैं। वही कारोबार के मकसद से उगाए जाने वाले पेड़ को छोटे भी होते हैं इनसे भी काम निकाला जाता है। 

पेड़ से इस तरह मिलती है रबड़
आपको बता दे, की रबड़ के पेड़ में छेद करके इस पेड़ का दूध एकत्र किया जाता है इसे लेटेस्ट कहते हैं और इसके बाद इकट्ठा हुए लेटेस्ट को केमिकल के साथ इसका परीक्षण किया जाता है जिससे अच्छी क्वालिटी की रबड़ तैयार की जाए। 

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