दिल्ली-NCR में फ्लैट खरीदने से पहले इन बातों का रखें खास ध्यान, रहेंगे टेंशन फ्री
अगर आप दिल्ली-एनसीआर में अपने सपनों का आशियाना बनाने की सोच रहे हैं और इसके लिए फ्लैट खरीदने वाले हैं तो यह खबर आपके लिए है। आज हम आपको कुछ ऐस टिप्स देंगे जिसकी मदद से आप राजधानी दिल्ली या उसके आसपास के क्षेत्रों में प्रॉपर्टी ले सकते हैं। जाहिर है कि इस समय प्रॉपर्टी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। साथ ही फ्रॉडगिरी भी तेजी से बढ़ रही है। जिसके चलते कई लोग अक्सर धोखा खा जाते हैं। अगर आपको दिल्ली के साथ-साथ इससे सटे क्षेत्रों में रेसीडेंशियल प्रॉपर्टी या कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदनी है तो इन टिप्स को ध्यान से पढ़ें।
कानूनी स्टेटस जरूर चेक करें
अगर आप दिल्ली जैसे बड़े शहर में प्रॉपर्टी ले रहे हैं तो सबसे पहले प्रॉपर्टी का कानूनी स्टेटस जरूर चेक कर लें। जैसे कि इसकी टाइटल डीड या ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट। इससे आप यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि प्रॉपर्टी में किसी तरह का कानूनी पचड़ा नहीं है। वहीं अगर आप सोसायटी में घर लेने की सोच रहे हैं तो यह जरूर चेक करें कि पूर्व के सभी भुगतान हो चुके हैं या नहीं। जैसे कि मेंटेनेंस, बिजली, पानी, प्रॉपर्टी टैक्स आदि।
प्रॉपर्टी का इतिहास जानना जरूरी
प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात की जानकारी होना सबसे जरूरी है कि वह कितनी पुरानी है। आपको प्रॉपर्टी के इतिहास के बारे में जरूर पता होना चाहिए। जैसे कि इसका पूर्व में मालिकाना हक किसके पास था। बेचने का कारण या किसी तरह का ढांचागत नुकसान तो नहीं है। इन सभी बातों का पता होना बेहद जरूरी है। क्योंकि ये प्रॉपर्टी या फ्लैट की रीसेल वैल्यू पर असर डालती हैं। एक बात और कि हमेशा खुद फ्लैट की विजिट करें या इसका जायजा लें।
आसपास की सुविधाओं का पता करें
जिस भी जगह आप प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं वहां का वेंटीलेशन, प्राकृतिक हवा और आसपास की सुविधाओं का जरूर पता करें। अगर आप रीसेल में प्रॉपर्टी ले रहे हैं तो इसका भी पता लगाएं कि सेलर ये प्रॉपर्टी क्यों बेचना चाहता है। ऐसा करने से आप टेंशन फ्री रहेंगे। साथ ही किसी तरह के पचड़े में नहीं फसेंगे।
पेमेंट से जुड़ी सारी जानकारी जरूर लें
प्रॉपर्टी खरदीने से पहले ही क्लियर कर लें कि पेमेंट की शर्तें क्या हैं। दरअसल, कुछ सेलर पार्ट टाइम पेमेंट चाहते हैं तो किसी को फुल टाइम पेमेंट चाहिए होती है। ऐसे में आप देखें कि आपके लिए क्या सही है। प्रॉपर्टी खरीदार को अतिरिक्त खर्चों जैसे ब्रोकरेज फीस, मेंटेनेंस चार्ज या पार्किंग फीस का भी पता लगाएं। साथ ही यह भी पता करें कि आपको कितना लोन अपनी प्रॉपर्टी खरीद के लिए मिल सकता है।
भविष्य को लेकर प्राइस वेल्यू पता करें
प्रॉपर्टी में एप्रिसिएशन यानी भविष्य में इसकी कीमत में इजाफा हो सकता है या नहीं, इसका मौजूदा प्राइस इसकी वैल्यू के हिसाब से सही है या नहीं इसका भी ख्याल रखें। आगे चलकर किसी सामाजिक पचड़े में तो प्रॉपर्टी नहीं आ जाएगी, इसकी जानकारी रखना जरूरी है। जाहिर है कि प्रॉपर्टी खरीदना एक लॉन्ग टर्म कमिटमेंट है। इसलिए खदीदने से पहले इन सभी बातों का खास ख्याल रखें।