जब रूसी राष्ट्राध्यक्ष के सामने राजीव गांधी ने महानायक को था नचवाया, हैरान रह गए थे सब

साल 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके बेटे 40 वर्षीय राजीव गांधी को प्रधानमंत्री बनाया गया था। उस समय मित्र राष्ट्र रूस (तब सोवियत संघ) के तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष कॉन्स्टेंटिन उस्तीनोविच चेर्नेंको थे, जिनका देहांत राजीव गांधी के प्रधानमंत्री बनने के पांच महीने बाद ही हो गया था। चेर्नेको की मृत्यु के बाद 54 वर्षीय मिखाइल गोर्बाचेव को सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी का महासचिव बनाया गया था। जिसके बाद उन्होंने 1985 से 1991 तक सोवियत-भारत संबंधों पर जोर दिया था। इसी दौरान जब पहली बार गोर्बाचेव भारत दौरे पर आए तो राजीव गांधी ने अमिताभ बच्चन को उनके सामने डांस करने के लिए कहा था।
दो बार भारत दौरे पर आए गोर्बाचेव
बता दें कि अपने कार्यकाल के दौरान नेता मिखाइल गोर्बाचेव ने दो बार भारत का दौरा किया था। पहली बार वह 1986 में भारत दौरे पर आए। जबकि दूसरी बार 1988 में आए थे। इन दोनों दौरे के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने गोर्बाचेव की अगवानी की थी। बता दें कि रूसी नेता ने पहली बार 1986 में 110 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत का दौरा किया था।
अमिताभ बच्चन भी हुए थे शामिल
दरअसल, मिखाइल गोर्बाचेव का 1986 का चार दिवसीय भारत दौरा उस समय हुआ था जब भारत, चीन और पाकिस्तान दोनों के साथ अपनी सीमाओं पर भारी सुरक्षा चिंताओं से जूझ रहा था। उस समय गोर्बाचेव ने पाकिस्तान पर अंकुश लगाया था। वहीं जब वह भारत आए थे तो उस समय उनका स्वागत चार दिनों तक जोर-शोर से किया गया था। इस दौरान बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन भी पहुंचे थे।
राजीव गांधी ने कही थी डांस की बात
दरअसल, प्रधानमंत्री राजीव गांधी और अमिताभ बच्चन बचपन के दोस्त रहे हैं। ऐसे में राजीव गांधी ने अभिनेता और तत्कालीन कांग्रेस सांसद अमिताभ बच्चन को मिखाइल गोर्बाचेव के सामने डांस करने को कहा था। इस बात का जिक्र पूर्व सांसद और वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय ने अपनी किताब 'वीपी सिंह, चंद्रशेखर, सोनिया गांधी और मैं' में किया है।
इस वजह से दोनों के रिश्ते में आई दरार
संतोष भारतीय ने अपनी किताब में इस घटना का जिक्र करते हुए लिखा, 'जब भी कोई महत्वपूर्ण अतिथि आता था, जैसे रूस के राष्ट्रपति, तो राजीव गांधी, अमिताभ बच्चन से कहते थे कि 'मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है' गाने पर डांस करके दिखाओ। अमिताभ बच्चन को जैसा भी लगता रहा हो पर उन्हें यह करना पड़ता था। इसके बाद राजीव गांधी और अमिताभ बच्चन की दोस्ती में जल्द ही दरार आ गई।