रिसर्च में खुलासा, महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग होते हैं हृदयाघात के संकेत

Heart Attack Signs: हृदयाघात आने पर महिलाओं को जहां सांस लेने में तकलीफ होती है तो वहीं पुरुषों के सीने में दर्द उठता है। इस संबंध में अमेरिका के स्मिड्ट हार्ट इंस्टीट्यूट के चिकित्सकों का एक अध्ययन लैंसेट डिजिटल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
 
Heart Attack

हृदय रोग या हार्ट अटैक मृत्यु के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक हैं। जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि महिलाओं और पुरुषों दोनों में ही हृदयाघात के संकेत अलग-अलग होते हैं। एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है। जिसके अनुसार हृदयाघात आने पर महिलाओं को जहां सांस लेने में तकलीफ होती है तो वहीं पुरुषों के सीने में दर्द उठता है। इस संबंध में अमेरिका के स्मिड्ट हार्ट इंस्टीट्यूट के चिकित्सकों का एक अध्ययन लैंसेट डिजिटल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

50 प्रतिशत लोगों में अचानक दिखे ये लक्षण

अध्ययन के मुताबिक, 50 प्रतिशत लोगों में हृदयाघात होने पर ये लक्षण अचानक दिखाई दिए। इस जानकारी से अचानक हृदयाघात से मौतों को रोकने में बड़ी सफलता मिल सकती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ के नेतृत्व में हुए इस अध्ययन में पाया गया है कि इन 50 फीसदी लोगों ने हृदय के काम करने की क्षमता में कमी आने से 24 घंटे पहले एक स्पष्ट लक्षण का अनुभव किया है। 

पुरुषों और महिलाओं में दिखे अलग लक्षण 

रिसर्च में जांचकर्ताओं को यह भी पता चला कि ये चेतावनी लक्षण पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए अलग थे। जहां महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत हुई तो वहीं पुरुषों को सीने में दर्द की दिक्कत हुई। हालांकि महिलाओं और पुरुषों दोनों ने धड़कन बढ़ने और फ्लू जैसे लक्षणों को भी अनुभव किया। रिपोर्ट में यह भी पता चला कि जो लोग अस्पताल के बाहर हृदयाघात के शिकार होते हैं, उनमें 90 फीसदी लोग नहीं बचते। 

24 घंटे पहले अनुभव हुए ये लक्षण

इस अध्ययन के लिए जांचकर्ताओं ने कैलिफोर्निया के वेंचुरा काउंटी और ओरेगॉन के पोर्टलैंड में समुदाय-आधारित अध्ययनों का उपयोग किया। वेंचुरा में आधारित अध्ययन से पता चला कि जिन 823 लोगों में से जिन 50 फीसदी लोगों को हृदयाघात हुआ उन्हें 24 घंटे पहले किसी आपातकालीन चिकित्सा पेशेवर, या आपातकालीन चिकित्सा सेवा (ईएमएस) की जरूरत पड़ी। उन्होंने 24 घंटे पहले कम से कम एक स्पष्ट लक्षण का अनुभव किया। ओरेगॉन में आधारित अध्ययन में भी इसी तरह के परिणाम मिले।

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