Chanakya Niti: भूल से भी ना लगाएं इन 5 चीजों को पैर, तबाह हो जाएगी जिंदगी

Chanakya Niti: चाणक्य नीति में ऐसी बातों का जिक्र किया गया है, जोकि किसी भी व्यक्ति के जीवन में काफी जरूरी मानी जाती हैं. आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में एक व्यक्ति को किस तरह से जीवन व्यतीत करना चाहिए? इसके बारे में सारी बातों की जानकारी दी है. चाणक्य के नीति शास्त्र में लिखी बातें आज भी मानव जीवन पर काफी सटीक बैठती हैं, यही कारण है कि चाणक्य की कही बातें आज भी लोग मानते हैं और उनका अनुसरण करते हैं.
चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में उन लोगों का भी जिक्र किया है, जोकि किसी भी व्यक्ति के जीवन में काफी पूजनीय होते हैं. इसके साथ ही उन चीजों के बारे में बताया है जो काफी पवित्र मानी जाती हैं, और यदि धोखे से भी आपका पैर तक उन्हें लग जाए, तो आपको अपने जीवन में पाप का भागीदार बनना पड़ता है. हमारे आज के इस लेख में हम उन्हीं कुछ लोगों और चीजों के बारे में आपको बताएंगे. तो चलिए जानते हैं...
चाणक्य के अनुसार किन्हें नहीं लगाना चाहिए धोखे से भी पैर?
- चाणक्य नीति के अनुसार यदि भूल से भी आपका पैर अग्नि को छू गया, तो ऐसा करने से आपको ईश्वर के क्रोध का सामना करना पड़ता है. अग्नि का अपमान करना ईश्वर के अपमान के बराबर समझा जाता है. ऐसे में आपको कभी भी अग्नि को पैर नहीं लगाना चाहिए.
- यदि आपने कभी धोखे से भी अपने घर के बड़े बुजुर्गों को पैर मारा, तो आपका जीवन नरक से भी बदतर हो जाता है और आप कभी भी जीवन में यश और सम्मान की प्राप्ति नहीं कर पाते.
- जो लोग ब्राह्मण व्यक्ति का अनादर करते हैं, उनके पैर नहीं छूते हैं, बल्कि गलती से ब्राह्मण व्यक्ति को आपका पैर लग जाए, तो आपको पाप का भागीदार बनना पड़ता है.
- अगर कभी भी आपने किसी कन्या को पैर मारा हो या गलती से भी आपका पैर उसके लग गया हो, तो इसे भी चाणक्य ने बेहद खराब माना है. कुंवारी कन्याओं को पैर मारने पर आपसे देवी नाराज हो जाती हैं.
- अगर कभी भी धोखे से आपका पैर किसी बालक के लग जाए, तो तुरंत के पैर छू लें. बच्चों को साक्षात ईश्वर का रूप माना जाता है, ऐसे में बच्चों को पैर लगाना आपके लिए अशुभ होता है.
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