Hariyali teej: इस दिन महिलाएं हाथों पर क्यों लगाती है मेहंदी? क्या है वजह

 
Hariyali Teej
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Hariyali teej: हिंदू धर्म में अनेक व्रत, पर्व और त्योहार ऐसे होते हैं, जोकि विशेष तौर पर महिलाओं के लिए बनाए गए हैं. जिस तरह से करवा चौथ, वट सावित्री व्रत आदि त्योहार मनाए जाते हैं, उसी तरह से महिलाओं द्वारा हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है.

हरियाली तीज (Hariyali teej) वाले दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जल व्रत का पालन करती हैं. दूसरी तरफ इस दिन कुंवारी कन्याएं सुयोग्य वर की प्राप्ति हेतु भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करती हैं. हरियाली तीज वाले दिन सभी महिलाएं सोलह श्रृंगार धारण करती हैं, इसके अलावा इस दिन महिलाएं हरे रंग के वस्त्र धारण करके झूला भी झूलती है.

तीज का पर्व भारतीय समाज में बेहद उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है, आने वाली 19 अगस्त को हरियाली तीज (Hariyali teej) मनाई जाएगी. इस दिन महिलाएं विशेष तौर पर अपने हाथों पर मेहंदी भी लगाती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हरियाली तीज वाले दिन विशेष तौर पर महिलाओं द्वारा हाथों पर मेहंदी क्यों लगाई जाती है. इसका भगवान शिव और माता पार्वती से क्या संबंध है? तो चलिए जानते हैं... 

तीज (Hariyali teej) वाले दिन क्यों लगाती है महिलाएं अपने हाथों पर मेहंदी? 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तीज वाले दिन माता पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत का पालन किया था, इसके साथ ही भगवान शिव को मनाने के लिए उन्होंने अपने हाथों पर मेहंदी रचाई थी. भगवान शिव माता पार्वती के हाथों पर लगी लाल रंग की मेहंदी को देख कर बहुत प्रसन्न हुए थे और उन्होंने माता पार्वती से विवाह करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया था.

कहा जाता है माता पार्वती द्वारा हाथों में मेहंदी लगाने पर  महादेव प्रसन्न हुए थे और उन्होंने देवी पार्वती के साथ विवाह कर लिया था यही कारण है कि मान्यता है कि जो भी सुहागिन महिला या कुंवारी कन्या इस दिन हाथों पर मेहंदी लगाती है, उसे महादेव का आशीर्वाद मिलता है और सुखद वैवाहिक जीवन की प्राप्ति होती है.

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