Tilak Varma के पिता के पास जब नहीं थे पैसे, तब इस शख्स ने बनाया उन्हें बेहतरीन क्रिकेटर
Tilak Varma: बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने भारत के लिए 3 अगस्त को अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया है. उन्होंने टी20 फॉर्मेट से भारत के लिए डेब्यू किया है. इससे पहले तिलक वर्मा को आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए देखा गया है. तिलक भारत के लिए साल 2020 में अंडर 19 वर्ल्ड कप भी खेल चुके हैं. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी20 मैच में 22 गेंदों में 2 चौके और 3 छक्कों के साथ 39 रनों की पारी खेली थी. आज हम आपको तिलक वर्मा से जीवन से जुड़ी कुछ अहम बाते बताने वाले हैं.
तिलक के जीवन से जुड़ी अहम बातें
तिलक वर्मा एक मध्यमवर्गी परिवार आते हैं. उन्हें हमेशा ही पैसों की तंगी का सामना करना पड़ा था. इसके बावजूद तिलक ने कभी हिम्मत नहीं हारी और वो क्रिकेट के मैदान पर मेहनत करते चले गए और अपने सपने को साकर कर दिखाया. आज के समय में तिलक पर पैसों की कोई कमी नहीं हैं. वो आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए बेहतरीन खेल के दम पर मालामाल हो गए हैं.
तिलक वर्मा को पिता एक इलेक्ट्रीशियन हैं. उनके पिता शुरू से ही चाहते थे कि उनका बेटा एक बेहतरीन क्रिकेट बने और तिलक ने पिता के इस सपने को पूरा कर दिखाया है. आज तिलक भारत के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं.
तिलक के पिता के पास एक समय ऐसा भी आया जब वो पैसे नहीं जुटा पाए और तिलक क्रिकेट छोड़ने वाले थे. तभी उनके कोच सलाम बायश आगे आए और उन्होंने तिलक का पूरा खर्चा उठाया.
इसके बाद कोच की मेहनत और पिता की मजबूरियों को ध्यान में रखकर तिलक ने जीतोड़ मेहनत की और भारत की अंडर 19 टीम में जगह बनाई. उन्होंने भारत के लिए अंडर 19 वर्ल्ड कप शानदार प्रदर्शन कर क्रिकेट जगत का खूब ध्यान खींच.
इसके बाद उन्हें मुंबई इंडियंस की टीम ने आईपीएल के लिए खरीदा और रोहित शर्मा की कप्तानी में तिलक का डेब्यू हुआ. इस दौरान उन्होंने सूर्यकुमार यादव जैसे बेहतरीन बल्लेबाज के साथ बेहतरीन खेल दिखाया और टीम ने उन्हें अगल साल रिटेन किया.
तिलक को एक बेहतरीन क्रिकेटर बनाने में और इस मुकाम तक पहुंचाने में उनके कोच सलाम बायश का सबसे बड़ा योगदान है. उन्होंने तिलक को ना सिर्फ खेल की बारिकियां सिखाईं बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी सहायता प्रदान की,
सलाम बायश तिलक वर्मा को अपने घर में रखा, भरपेट खाना दिया और जरूरत पड़ने पर पैसे भी दिए. क्योंकि तिलक के पिता नंबूरी नागाराजू उन्हें अकादमी में भेजने का खर्च नहीं उठा सकते थे.
ऐसे में तिलक का इंडिया टीम तक पहुंचने का सफर काफी ज्यादा कठिनाईयों से भरा रहा. अब तिलक के सामने पूरा भविष्य पड़ा हुआ है. वो चाहें तो अपने को बना सकते हैं और बिगाड़ भी सकते हैं.
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