अकबर इलाहाबादी के 10 शानदार शेर

Akbar Allahabadi shayari in hindi: 'खींचो ना कमानो को ना तलवार निकालो...'

"खींचो ना कमानो को ना तलवार निकालो, जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो।"

"इश्क़ के इज़हार में हर-चंद रुस्वाई तो है, पर करूँ क्या अब तबीअत आप पर आई तो हैं।"

"तुम नाक चढ़ाते हो मेरी बात पे ऐ शैख़, खींचूँगी किसी रोज़ में अब कान तुम्हारे।"

"मोहब्बत का तुम से असर क्या कहूं, नजर मिल गई दिल धड़कने लगा।"

"लोग कहते है बदलता है जमाना सब को, मर्द वो है जो जमाने को बदल देते हैं।"

"इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद, अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता।"

"आई होगी किसी को हिज्र में मौत, मुझ को तो नींद भी नहीं आती।"

"हम आह भी करते है तो हो जाते है बदनाम, वो क़त्ल भी करते है तो चर्चा नहीं होती।"

"जवानी की दुआ लड़कों को ना-हक़ लोग देते है, यही लड़के मिटाते है जवानी को जवाँ हो कर।"

"आह जो दिल से निकाली जाएगी, क्या समझते हो कि ख़ाली जाएगी।"