बशर नवाज के 10 मशहूर शेर

Bashar Nawaz shayari in Hindi: 'करोगे याद तो हर बात याद आयेगी'

करोगे याद तो हर बात याद आयेगी, गुज़रते वक्त की हर मोज़ ठहर जायेगी

चाहते तो किसी पत्थर की तरह जी लेते, हम ने ख़ुद मोम की मानिंद पिघलना चाहा

बहुत था ख़ौफ जिस का फिर वही किस्सा निकल आया, मेरे दुख से किसी आवाज़ का रिश्ता निकल आया

बहते पानी की तरह दर्द की भी शक्ल नहीं, जब भी मिलता है नया रूप हुआ करता है

ये चाँद बीते ज़मानों का आईना होगा, भटकते अब्र में चहरा कोई बना होगा

बरसता-भीगता मौसम धुआँ-धुआँ होगा, पिघलती शमों पे दिल का मेरे ग़ुमां होगा

तेज हवाएँ आँखो में तो रेत दुखो की भर ही गईं,जलते लम्हे रफ़्ता रफ़्ता दिल को भी झुलसाएँगे

सरमा की रुत काट के आने वाले परिंदो ये तो कहो, दूर देस को जाने वाले कब तक लौट के आएँगे

आग पे चलते चलते अब तो ये एहसास भी खो बैठे, क्या होगा जख़्मों का मुदावा दामन कैसे बचाएँगे

गली के मोड़ पे सूना सा कोई दरवाज़ा, तरसती आँखों से रस्ता किसी का देखेगा