जिगर मुरादाबादी के 10 बेहतरीन शेर

Jigar Moradabadi shayari in Hindi: 'दिल को सुकून रूह को आराम आ गया...'

"दिल को सुकून रूह को आराम आ गया, मौत आ गई कि दोस्त का पैग़ाम आ गया।"

"हमको मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं, हमसे ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं।"

"सुब्ह तक हिज्र में क्या जानिए क्या होता है, शाम ही से मिरे क़ाबू में नहीं दिल मेरा।"

"यह इश्क नहीं आसां इतना ही समझ लीजे, इक आग का दरिया है और डूबके जाना हैं।"

"ले के ख़त उन का किया ज़ब्त बहुत कुछ लेकिन, थरथराते हुए हाथों ने भरम खोल दिया।"

"दिल है क़दमों पर किसी के सर झुका हो या न हो, बंदगी तो अपनी फ़ितरत है ख़ुदा हो या न हो।"

"हम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सका, मुस्कुरा कर तुम ने देखा दिल तुम्हारा हो गया।"

"जो तूफ़ानों में पलते जा रहे है, वही दुनिया बदलते जा रहे हैं।"

"शिकवा तो एक छेड़ है लेकिन हक़िक़तन, तेरा सितम भी तेरी इनायत से कम नहीं।"

"आँसू तो बहुत से है आँखों में 'जिगर' लेकिन, बंध जाए सो मोती है रह जाए सो दाना हैं।"