क़ैफ भोपाली के 10 मशहूर शेर
Kaif Bhopali shayari in Hindi: 'कुछ मोहब्बत को न था चैन...'
News Room
Mon, 18 Sep 2023
"कुछ मोहब्बत को न था चैन से रखना मंज़ूर, और कुछ उन की इनायात ने जीने न दिया।"
"तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है, तेरे आगे चांद पुराना लगता हैं।"
"सच तो ये है फूल का दिल भी छलनी है, हँसता चेहरा एक बहाना लगता हैं।"
"क़त्ल तो नहीं बदला क़त्ल की अदा बदली, तीर की जगह क़ातिल साज़ उठाए बैठा हैं।"
"दिल में आहट सी हुई रूह में दस्तक गूँजी, किस की ख़ुश-बू ये मुझे मेरे सिरहाने आई।"
आग का क्या है पल दो पल में लगती है, बुझते-बुझते एक ज़माना लगता हैं।"
"गुल से लिपटी हुई तितली को गिराकर देखो, आंधियों तुमने दरख़्तों को गिराया होगा।"
"दाग़ दुनिया ने दिए ज़ख़्म ज़माने से मिले, हम को तोहफ़े ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले।"
"मत देख कि फिरता हूँ तिरे हिज्र में ज़िंदा, ये पूछ कि जीने में मज़ा है कि नहीं हैं।"
"कैफ परदेस में मत याद करो अपना मकाँ, अब के बारिश ने उसे तोड़ गिराया होगा।"