कैफ़ी आज़मी के 10 मशहूर शेर

Kaifi Azmi shayari in Hindi: 'तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो'

"तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो।"

"दीवाना पूछता है ये लहरों से बार-बार, कुछ बस्तियाँ यहाँ थी बताओ किधर गईं।"

"झुकी-झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं, दबा-दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं।"

"मैं ढूँढ़ता हूँ जिसे वो जहाँ नहीं मिलता, नई ज़मीन नया आसमाँ नहीं मिलता।"

"पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था, जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा।"

"दीवाना-वार चाँद से आगे निकल गए, ठहरा न दिल कहीं भी तिरी अंजुमन के बाद।"

"आज फिर टूटेंगी तेरे घर नाज़ुक खिड़कियाँ, आज फिर देखा गया दीवाना तेरे शहर में।"

"जिन ज़ख़्मों को वक़्त भर चला है, तुम क्यूँ उन्हें छेड़े जा रहे हो।"

"गर डूबना ही अपना मुक़द्दर है तो सुनो, डूबेंगे हम ज़रूर मगर नाख़ुदा के साथ।"

"बिजली के तार पे बैठा हुआ हँसता पंछी, सोचता है कि वो जंगल तो पराया होगा।"